Vani Meeting App: A Friends Screen sharing app to see other screen

Editorial Staff
3 Min Read

Vani Meeting App: हम में से बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं, जो अपने दोस्त के बारे में सबकुछ जानना चाहते हैं तो वहीं कुछ लोगों को तो ये तक पता करना होता है कि उनका दोस्त मोबाइल में क्या कर रहा है. ऐसा पहले तो पॉसिबल नहीं था लेकिन अब ऐसा कर सकते हैं वो भी एक आसान तरीके से. दोस्तों, आज हम आपको एक ऐसी बेहतरीन एप्लीकेशन के बारे में बताने वाले हैं.

जिसके जरिए आप अपने दोस्तों के साथ कन्नेक्ट हो सकेंगे और एक दूसरे स्क्रीन भी देख सकेगें. जी हां, ये पॉसिबल है Vani Meeting App की बदौलत. जो हमें एक साथ कई स्क्रीन पर दिखने का मौका देता है. मान लीजिए आपका कोई दोस्त आपको कुछ दिखाना चाह रहा है तो वह इस ऐप की मदद से कहीं भी बैठे हुए दिखा सकता है. तो चलिए इस ऐप के बारे में डिटेल्ड जानकारी आपको दे देते हैं ताकि आप भी अपने दोस्तों के साथ मिलकर खूब मौज मस्ती कर सकें।

Play Store से इंस्टॉल करें Vani Meeting App

सबसे पहले आपको इस एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर लेना है. इंस्टॉल करने के बाद कुछ परमिशन दे देनी है. उसके बाद ऐप का आसान यूज़र इंटरफेस खुलकर आपके सामने आ जाएगा. Vani Meeting ऐप दोनों के फोन में होना अनिवार्य नहीं है. जब आप इसे इंस्टॉल कर लेंगे तो आपको एक दूसरे की स्क्रीन शेयर होने लग जाएगी. आपका दोस्त कुछ भी अपने फोन पर पर पर्फोर्म करेगा तो वह सब आपको पता चलता रहेगा. इतना ही नहीं उसके फोन की सारी जानकारी आपके पास आ जाएगी.

ऐसे यूज़ करें

Vani Meeting ऐप को यूज़ करना काफी आसान है सिर्फ आपको इस ऐप के जरिए किसी वीडियो, डॉक्यूमेंट, वेबसाइट का लिंक सामने वाले के पास शेयर करना होगा. इसमें Real Time Screen शेयर करके कॉल पर भी बात की जा सकती है. खासतौर से ये एप्लीकेशन उस समय कारगर साबित होता है, जब किसी को कुछ प्रक्टिकल तौर पर समझाना होता है. साथ ही आपको बता दें कि, ये ऐप No Sign Up पैटर्न पर टास्क करती है यानि आपका दोस्त चाहे तो बिना साइन अप के भी इस ऐप का मज़ा ले सकता है.

  1. ऐप प्ले स्टोर से इंस्ट़ॉल करें
  2. परमिशन को Allow कर दें
  3. फिर शेयर स्क्रीन पर क्लिक करके दोस्त के साथ साझा कर दें.
  4. एप्लीकेशन यूज के लिए एकदम रेडी है.

Vani Meeting app के नुकसान

  1. ऐप के यूज से हैकिंग का खतरा बना रहता है.
  2. डेटा लीक होने की संभावना अधिक रहती है.
  3. इंफोर्मेशन के मिसयूज़ होने का खतरा रहता है.
  4. बहुत ज्यादा डेटा कंज्यूम करता है.
TAGGED:
Share This Article
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *