SEO kya hai जानिए इसका पूरा जानकारी हिंदी में ( Must Read )

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Google आपको तब पसंद करेगा जब आपकी कंटेंट को लोग पसंद करेंगे । इस SEO kya hai इसके बारेमें ज्यादा जानने से पहले आपके लिए एक सवाल है क्या आप जानते है इंटरनेट पे कितने वेबसाइट है ??

1,883,637,867 से बी  ज्यादा आज के समय में ऑनलाइन एक्टिव वेबसाइट चल रही है और हाँ ये एक बस नंबर है और ये लगातार बढ़ते है जा रह है दिन पे दिन ।

SEO kya hai

आपको बतादूँ की Wordpress में 409 Milion से बी ज्यादा वेबसाइट बानी हुई है और साथ ही साथ आपको बतादूँ की हर महीने इंटरनेट में 23.6 Billion पेजेज देखा जाता है लोगों के द्वारा .

क्या आप सोच सकते हो ऐसा बी होने वाला है

do you know fact of seo

हर महीने Bloggers 69.5 million नयी पोस्ट लिखते है ? क्या अपने पहले सोचा था इतना ज्यादा पोस्ट । ऐसा माना जा रहा है की आने वाले 1 या 2 साल के बाद पूरी इंटरनेट का ट्रैफिक एक सा का 2 zettabytes यानि 2 billion-bilion bytes हो जायगा ।

अगर हम चाहे अपने टार्गेटेड ऑडिएंसीड तक पहंचने केलिए आज के ऑनलाइन की दुनिये में तो हमें कहीं न कहीं Blog/webiste का रास्ता अपना न होगा ।

आपको तो ऊपर हमने बता दिया की कितने सारे वेब्सीटेस चल रहे है पुरे दुनिया में , इतने सारे अगर वेब्सीटेस चलेंगे पुरे दुनिये में तो कहीं न कहीं कॉम्पिटिओं बी बोहोत ज्यादा होगा रैंक करने केलिए Search Engine में ।अभी आपको SEO की जरुरत होगी आपको आपका Blog/website को रैंक करने केलिए Search Engine में ।

आपका website/blog को आप search engine में पहले पेज पे टॉप में दिखने केलिए आप पेड एड्स चलके बी कर सकते है पर वहां आप जितना दिनों केलिए आ पैसा डोज उतना दिनों केलिए आपका ads चलेगा । तो कहीं न कहीं बिना पैसा लगाए प्राकृतिक तरीके से आपका website रैंक करने केलिए आपको SEO करना होगा ।

तो चलिए जानते है बिना कोई समय गवाए SEO kya hai इसके बारेमें पूरी गहराई से

SEO kya hai ??

SEO एक Natural तरीका है अपना कंटेंट को Search Engine में पहली पोजीशन में लेन का । SEO का फुल फॉर्म है Search Engine Optimization . 

SEO kya hai  hindi

अगर आप नए हो तो आप ये समझ लो की Internet में अगर आपको जिन्दा रहना है तो आपको SEO एक oxygen की तरह आपके लिए काम करेगा ।

लोग webiste/blog बनाते है और एक ही मकसद होता है कहीं ना कहीं उनके वह ज्यादा से ज्यादा traffic आये यानि लोग उनके पास एके पहचे , इसके लिए उनको अपना website को रैंक करना होगा रैंक करने केलिए उन्हें SEO की जरुरत होगी ।

अगर आप Search Engine Optimize करने जाओगे तो आपको क्या करना होगा आपको कहीं ना कही वहां अपने content , design और links को optimize करना होगा ।

SEO एक कंस्यूमर-focusd मार्केटिंग की तरह है , जैसे की अगर McDonald का burger तब SEO tomato Ketchup की तरह है ।

बड़े बड़े ब्रांड से लेके , पर्सनल वेब्सीटेस तक कल लिए , ज्यादा से ज्यादा से टैफिक और कस्टमर तक अपनी आपहुच बनाने केलिए , Search Engine को Optimization एक बोहोत ही बड़ी इम्पोटेंट काम है ।

जैसे ही आपको ऊपर बताया है, हमें रैंक करने केलिए हमें Optimize करना होगा हमारे कंटेंट, लिंक्स और हमारे वेबपेज के डिज़ाइन को ।

देखा जाये तो मूल तर पे हमें हमारा उपस्तिति बरकार रखने केलिए हमें कहीं न कहीं हमारे डिजिटल दुनिये की हर चीजों को optimize करना होगा ।

चलिए बिना समय गाबए जानते है SEO kya hai ? और साथ साथ जानते है इसके बारेमें पूरी गहराई से

SEO kya hai / Search Engine Optimization क्या है ?

SEO एक ऐसी प्रोसेस है जिसमे हम अपने ऑनलाइन कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करते है । जिससे की Google हमें हमारी फील्ड में बेहतर समझता है और हमारे कंटेंट को रैंक करता है ।

SEO काम कैसे करता है , जैसे ही आप कोई बी सर्च इंजन में जाके कोई बी Keyword डालते है तो उसी Keyword पे जो सबसे बेहतर कंटेंट है उसीको सर्च इंजन हमारे सामने लाता है । अभी हमारा हम है सर्च इंजन के सामने हमें साबित करना होता है हमारा कंटेंट को साबित करना होना होता है की हमारा कंटेंट बेस्ट है बल्कि ।

SEO एक आपको उदहारण आपके सामने देना चाहता हु जैसे की मान लीजिये आप आपका एक Biscuit का business करते है और आप चाहते है जैसे कोई कुछ बी सर्च करता है जैसे की Best Biscuit in 30 rupee , Google में तो तो वहा आपका content/product सबसे पहले आएगा ।

Keyword Research क्या है ?

ऊपर ने हमने आपको एक keyword का उदहारण दिया है, Best Biscuit in 30 rupee . Keyword वो होता है जो हम search engine में search करते है उसे हम Keyword कहते है । जो बी सवाल हो या कोई बी चीज जिसके बारेमिन जानना चाहते है , कुछ बी ढूंढ़ते है search engine में वो सब एक एक Keyword है ।

अगर आप चाहते है की आप अपना कंटेंट को SEO करके रैंक करने केलिए तो कहीं ना कहीं सबसे पहले आपको सही keyword को ढूंढ़ना होगा जिसमे आप अपना content रैंक करना चाहते है ।

Keyword एक landmark की तरह काम करता है । जैसे आपके घर को अगर कोई चिट्ठी अति है तो कहीं न कहीं आपके landmark के वजह आपके तक एके पहचता है । SEO एक वो प्रक्रिया जो की कभी ख़तम नहीं होगी वो हमेसा चलती रहेगी और Keyword Research बी ।

अगर आप SEO में बापू बनना चाहते है तो आपको एक चीज समझ लेना है की आपको audience को क्या चाहिए । अगर आप ये जान लेते है की आपके audience को क्या चाहिए तो आप SEO करना आपके लिए बोहोत आसानी होगी जिससे search intent बी कहते है ।

> Website कैसे बनाये ?

Search Intent क्या है ?

जो कोई अपना internet खोल के google में जाके अगर कुछ बी

search intent kya hai in hindi

 सर्च करता है तो कहीं ना कहीं उसके पीछे कहीं न कहीं कुछ मकसद होता है जो की हम सर्च इंटेंट कहते है ।

यानि अगर आप चाहते है SEO करना तो आपको आपके audience के सर्च करने का पीछे का इंटेंट को जानना होगा । चलिए जानते है search intent कितने प्रकार के है :

1.Infromational keyword

ये उसी तरीका keyword है जहाँ user कोई कोई information ढूंढ रहा होता है । ये एक साधारण सा सवाल बी हो सकता है जैसे की “Who is the Presifient of India ?” और ऐसे बी हो सकते है सेवक जिसका बोहोत बड़ा उतार ए जैसे की “How does blockchain work ?” निचे कुछ उदहारण दिए गए जिसे देख के आप आसानी से समझ सकते है

  • “Who is Salman Khan?”
  • “Mancheswar airport directions”
  • “Narendra Modi”
  • “Cricket score”
  • “HTML 5”

2.Navigational Keyword

यहाँ इसी तरह की keyword ज्यादातर कुछ particular website तक पहंचने केलिए search किया जाता है । यहाँ user जो सर्च करता है उसे पहले से ही पता होता है की उसे क्या चाहिए । ये एक जल्दी आसान तरीका होता ही बिना कोई website की URL डाले Google के मदद से वहां तक पहंचने का । निचे इसका बी उदाहरण देख सकते hai

  • “Facebbok”
  • “Twitter Login”
  • “new hindi song pagalworld”
  • “New hindi movie on Netflix”

3.Transactional Keyword

जब कोई user कोई चीज खरीदने की सोचता है तो तब वो इनसब keywords को अपनाता है । यहाँ वो buying यानि वो खरीदने के मूड में होते है । यहाँ उनको पता होता है की उनको क्या चाहिए और वो बस जगह ढूंढ रहे होते है वो कहाँ से जाके खरीदें । निचे आप उनसब keyword के उदहारण देख सकते है

  • “buy macbook pro”
  • “hostinger cuppon code”
  • “mi note 5 pro cheap”

4.Commercial Investigation Keyword

इस तरीके के search ज्यादातर कोई बी चीज को को खरीदने से पहले जो investigation किया जाता है , यानि वो सामान कोनसा खरीदना चाहते है वो निर्णय लिए नहीं है वो उसे पहले वो इनसब के बारेमें सर्च कर रहे है । वो ज्यादातर reviews और comparisions देखते है फिर वो निर्णय लेते है । नीचे इसके बी कुछ उदहारण है

  • “best protein powder”
  • “mi note 5 vs samsung m30”
  • “asus laptop review”
  • “best hotel in Delhi”

असा करते है आपको user search intent के बारेमें पता चल गया होगा , अभी आप आसानी से आपके website/blog या आपको business केलिए आप अपना keyword ढूंढ सकते है । आप keyword research करने केलिए इनसब टूल का इस्तमाल कर सकते है जो की best tool है keyword research केलिए

  1. Google Keyword Planner
  2. aHref
  3. Ubbersuggest
  4. Google search bar
  5. Google trends

On page SEO क्या है ?

अगर कोई बी SEO करने जायेगा तो कहीं न कहीं जो उकसा पहला कदम होगा वो है On page का काम अगर वो On page काम नहीं किया होगा तो आगे चाहे वो कितना बी कुछ बी करले उसका वेबसाइट रैंक होने वाला नहीं है ।

ये एक प्रक्रिया है जिसमे हमें हमारे वेबसाइट को element को optimize करना होता है जैसे की search Engine देख के लगे की इसकी quality सही है और वो रैंक करे । ये एक बेहतरीन तरीका है जिसमे आपको पूरा 100% आपका control रहता है आपका रैंक करने के पीछे ।

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क्यों On page SEO करना जरुरी है ?

On page सो करना जरुरी है क्यों की ये एक building की निब की तरह अगर ये मजबूत नहीं होगा तो आप चाहे जितना बी कोसिस करलो आप आगे जाके अपना content को रैंक नहीं कर सकते हो । इसके वजह से आपका website रैंक करता है और आपके साइट पे ज्यादा ट्रैफिक और लीड बना पते है ।

On page SEO कैसे करे ?

On page SEO करने केलिए आपको कहीं ना कहीं बोहोत सारे on-page के factors को आपको फॉलो करना होता है । उनसब factors को आपको optimize करना होता है । इनसब factors को जैसे जैसे आप optimize करते जायेगे आपका वेबसाइट वैसे वैसे रैंक करने लगेगा । आपको on-page में किन किन factors पे आपको काम करना होगा वो सब निचे आप देख सकते हो

URL:

URL क्या है ? URL एक adress है , internet में हमें कहीं बी पहचने केलिए ।

url kya hai

आपका website का pages और post का URL आपका website के URL के साथ सही से होना चाहिए जैसे की वो कोई बी देख के समझ सके की वहां जाने पे उन्हें क्या मिलने वाला है । जैसे की अपने कोई पेज बनाये है मोबाइल फ़ोन 15,000 के अंदर तो आप वहां आपका URL कुछ ऐसे देना है आपको www.yourwebsite.com/mobile-phone-under-15000

कोसिस किजियव की आपके URL में हमेसा आपके keyword को रखने केलिए जो की मदद करेगा को user और search engine को समझने केलिए ।

Title tag:

title tag in hindi

Title tag क्या है ? title tag वो है जो आपके पेजेज और पोस्ट का title है पर वो जो हमेसा search engine में दिखाई देती है ।

आप ऊपर इमेज में देख सकते है जो ब्लू कलर में लिखा है वो एक title tag है । आपको आपका वेबसाइट Google result पेज में दिखने केलिए आपको कहीं ना कहीं गूगल को बताना होगा की आपका page किसके ऊपर है आप उसके लिए आपके targeted keyword यानि आपके title को <title> Your Title</title> इसके अंदर रखना होगा ।

> Dropshipping क्या है ? Dropshipping से पैसे कैसे कमाए ?

Meta Description:

meta tag kya hai

Meta description क्या है ? meta desciption आपके पेज या पोस्ट का summary है  जो SERP में दिखता है ।

ये आपके SEO को ज्यादा प्रभाबित नहीं करता है बल्कि ये आपके CTR बढ़ने में मदद करता है । आप ऊपर देख सकते है जो black colour में लिखा देख रहा है वो हुआ हमारा meta desciption कहीं न कहीं हमारे user देखता है वहां वो पढ़ने के बाद ही हमारे URL को click करके अत है हमारे पेज में ।

कहीं ना कहीं ये बी On-page SEO को प्रभाभित करता है indirictly , तो आपको हमेसा meta description लिखना जरुरी होता है आपको याद रखना है की आपका meta desciption short और meaning full हो और आपको ुको 160 character के अंदर ही रखना है ।

Heading tag:

Heading tags क्या है ? heading tags एक हमारे cotent को break up करते है और ये user को पढ़ने में आसान करता है ।

टोटल 6 heading tags होते है H1 H2 H3 H4 H5 H6 . ये यूजर को पढ़ने केलिए आसानी करती है साथ साथ ये SEO केलिए बी बोहोत काम करती है । आप जब बी heading tags इस्तमाल करने जा रहे है याद रखना है की आप एक page ya post में सिर्फ एक ही H1 tag इस्तमाल करे ।

Alt Tags:

Alt tags क्या है ? alt tag का वो जो है multimedia जैसे की images और Videos के additional information देता है ।

इसका इस्तमाल करना जरुरी होता है क्यों की पहले जब 4g नहीं था सबके पास 2g था तब सबके मोबाइल में सारे pages लोड सही से हो नहीं पा रहे थे कही बार खासतर पे images और videos लोड नहीं होते थे तो उस वक्त user समझ नहीं पा रहा था वो image और video किसके ऊपर था । तो इन्ही problem का सलूशन करते हुए उन्होंने alt tags लाये अगर कोई images और video load नहीं होता है तो उस समय वो user alt tags पढ़ के समझ सकता है की वो images और videos किसके ऊपर था ।

Keywords:

Keywords क्या है ? keywords कोई बी word को describe करता है जो की SEO केलिए इस्तमाल होता है user के queries को पूरा करने केलिए ।

आपका हर pages कहीं ना कहीं कुछ keywords के topic को describe करते है । हमेसा आपके targeted keywords को bold करके रखा जाता है । ताकि यूजर और search engine bot को आपके post को समझने में आसानी हो ।

हमेसा आपको याद रखना है आपको आपके post पे keyword stuffing करना नहीं है । 1000 word में आपको आपको keyword ज्यादा से ज्यादा 4/5 बार ही इस्तमाल करना है इससे ज्यादा करना नहीं है ।

Content:

Content क्या है ? content एक डाटा है वो चाहे कोई फोटो, text , video , या कोई फाइल बी हो सकती है जो की यूजर को कुछ value देती है ।

Content origin है SEO करने का । कहा जाता है Digital Industry में content is king . आप अपने content के जरिये आप आपके user को एक कारन देते है वो क्यों आपके page देखे।

कुछ बातें आपको Content लिखते समय ध्यान देना है :

  • keywords को Headings और Paragraph में इस्तमाल कीजिये
  • बीचमे आपको helpfull images डाले
  • कोई बी Grammar और spelling mistake ना करे
  • आपके content के जरिये आपके viewers को वैल्यू देने की कोसिस कीजिये

Internal linking:

Internal linking क्या है ? आपके पोस्ट के अंदर अपने दूसरे पोस्ट या page को लिंक करना । ये करने से बी आपको SEO मैं effect देखने केलिए मिलता है ।

इसके जरिया search engine bot को लगता है की आप same topic पे काम करता है और आप कहीं ना कहीं उसी टॉपिक जोड़ रहे है तो उसमे आपकी वेबसाइट की value बी बढ़ता है । हर page में कम से कम एक internal link डालना है आपको ।

Outbound linking:

Outbound linking क्या है ? आपके pages से दूसरे webiste को लिंक करना ।

हमेसा जब बी आप on-page SEO करने जा रहे है ध्यान रखिये की आपका हर पेज में एक outbound link होना बोहोत जरुरी है ।

Website speed:

आज के समय में जो सबसे ज्यादा ध्यान वाली चीज है वो है की आपको आपके website की loading की speed को  जितना हो सके उतना काम करना है । क्यों की आज के समय की किसीको बी इंतिजार करना पसंद नहीं है ।

आप अपना वेबसाइट का speed चेक करने केलिए आप Google का speed insight का टूल इस्तमाल कर सकते है 

Mobile friendly:

आज के समय में 80% से बी ज्यादा लोग mobile में active रहते है तो कहीं ना कहीं आपको आपका website को mobile friendly करना होगा । अगर आपका pages mobile friendly नहीं है तो कोई बी search engine आपको कभी बी रैंक नहीं करेगा ।

Off page SEO क्या है ?

Off page SEO नाम से ही पता चल रहा है की ऐसे कुछ  SEO काम है जो वेबसाइट और web page के बहार किया जाता है । अगर आप कुछ जानते है off page SEO के बारेमें तो आप ये सोच रहे होंगे इसका मतलब सिर्फ लिंक बनाना । पर आपको बतादूँ सिर्फ links ही नहीं बल्कि इससे कही ज्यादा है ।

Off-page की काम से users और google search engine को trust और popularity देता है ।

क्या off-page SEO ranking में फर्क देता है ?

जी हैं बिलकुल फर्क पड़ता है SEO में । जैसे जैसे Google अपने algorithm चेंज करता गया है Google बोहोत से क्षेत्र में सख्त हो गया है फिर बी वो off-page SEO को देखता है कितने webisite लिंक मिला हुआ है और कितने quality लिंक मिला हुआ है इनसब को वो बराबर देखता है ।

Off-page SEO कैसे करे ?

हम एक ही तरीके से off-page SEO कर सकते है और वो है link बनाके । जी हाँ आप लिंक बनके कर सकते है । Google जब बी रैंक करने जाता है वो सबसे पहले ये देखता है की on-page का काम कितना हुआ है । अगर वो देखता है दो website है जिनके on-page का काम सही है एक दम Google के हिसाब से तो वो कहीं ना कहीं उसी क्षेत्र में वो off-page देखता है ।

वो यहाँ देखता है जिनके website पे जितना लिंक है उस वेबसाइट को वो उतना ध्यान देता है और उसी website को वो रैंक करता है । यानि अगर मूल तर पे कहा जाए तो off-page internet में आपका website का रेपुटेशन बनता है  और जिसका जितना reputation है गूगल उस साइट को उतना रैंक करता है ।

backlink क्या है ? हम अपने webisite की रैंक बढ़ाने केलिए जिन सारे link बनाते है उसे हम backlink कहते है 

अगर हम backlink की बात करे तो backlink दो प्रकार के होते है

  1. Do-follow backlink
  2. No-follow backlink

Do-follow backlink क्या है ? जिस लिंक में website की link juice pass होती है उसे हम do-follow backlink कहते है ।

एक website की DA बढ़ने केलिए मदद करती है do-follow backlink . जब कोई आपका website का लिंक उनके website में देता है, और उसे do-follow कर देता है कहीं ना कहीं उनके website कुछ मात्रा में authority paas होक आपके वेबसाइट तक एके पहचता है ।

No-follow backlink क्या है ? ये बी बिलकुल do-follow लिंक की तरह होता है पर यहाँ कोई link juice पास नहीं होता है । अगर आप no-follow लिंक किसीको देना चाहते है तो आप <a href=”https://www.example.com” rel=”nofollow”>Your text</a> इसी तरीके से दे सकते हो आप ।

backlink बनाने केलिए निचे दिए गए कुछ तरीके अपना सकते है ये आज बी काम करते है इनको follow करके आप अपना website rank कर सकते है

  • Guest post लिख के
  • Comment backlink
  • Dirictory Submission
  • Bookmarking
  • PDF/PPT submission

Black Hat SEO in Hindi:

SEO करने का और एक तरीका है black hat SEO . आपको नाम से ही पता चल रहा होगा की ये किस तरीके से किया जाता होगा । ये एक illegal काम है इसे करने से आपकी site rank तो हो जाएगी पर आगे चलके आपकी site google के और से penalize बी हो सकता है ।

ये कोई अलग सा काम नहीं है ये वो है जो आप on-page में करते है । बस याद रखना है की जो काम करते हो आप on-page में आपको ज्यादा करना नहीं है जैसे की over optimise करना अपने post को , keyword stuffing करना etc

FAQ

SEO se paise kaise kamaye ?

Agar apki SEO ke upar pakad hai to aram se paisa kama sakte hai , aap apne local busniness ka kam pakad ke , naye start-up ke sath jud ke unke projects leke aap paisa kama sakte hai

SEO ke jariye koi bi website ko rank karne keliye kitna time lagta hai?

Agar aap SEO karke organically apna website ko rank karna chahte hai to usme apko kam se kam 3-6 mahina lag jayega apko result ane keliye. Black hat SEO karke aap jaldi result pa sakte hai par ye lambe time keliye nahi rehega

kya SEO sikhne keliye coding ka gyan hona jaruri hai ?

Ji bilkul jarurat nahi hai agar aap on-page SEO kar rehe hai to par thhoda sa lag sakta hai off-page karte wakt par ye na ke barabar hai

SEO kitne prakar ke hai?

mul taur pe SEO 3 prakar ke hai 1.On-page SEO 2.Off-page SEO aur akhri mein 3.Technical SEO

Alt tag kya hai?

har multimedia jaise ki iamge,video insab mein ye istmaal hota hai , taki agar galti se apki browser mein agar ye sab nahi load ho pata hai internet slow ke wajah se to apko insab ke alternative text dikhege
ye wo link hai jisme website ki link juice pass ho pati hai, ye ek backlink ka prakar hai
ye bi ek do-follow link ke jaisa hai isme koi bi link juice paas nahi hota hai , ye bi ek backlink ka prakar hai
off-page SEO karne keliye jo sabse badi chij hai wo hai backlink. isme apko dusre site se apko link lena hota hai.

DA kya hai?

DA yani Domain Authority isko moz naam ka ek tool provide karta hai, yeh website ki reputation batata hai, aap isme moz.com pe jake check kar sakte hai

PA kay hai?

PA yani page authority ye bi DA ki tarah hota hai isko bi moz tool deta hai yeh apki website ki page ki reputation batata hai

user intent kya hai?

koi bi user kya soch ke search karta hai aur use kya chahiye isko user intent kehte hai

keyword kya hai?

hum internet jo bi dekhte hai text wo sab bohot saare keyword leke bane hai , aap jo bi search karte hai Google wo sab ek ek keyword hai

kya SEO sikhna difficult hai?

bilkul dificult nahi hai , par sikhne keliye apko isko time dena hoga , SEO ek aisa chij hai jisme aap jitna practice karoge utna aap usme mahir hote jaoge
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I am a professional Blogger and a Digital Marketer since a month ago, I believe in first Learning then remove "L" from Learning. That's all about me.
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