रेडियो का अविष्कार किसने किया जानिए हिंदी में पूरी जानकारी New Updated

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बड़ा ही रुचक सवाल है रेडियो का अविष्कार किसने किया ? बोहोत सारे लोगों को लग रहा है ऐसा क्या है जो इस सवाल को जो मेने कहा की रोचक सवाल है । आज समय यानि 2020 ख़तम हो गया है और 2021 चल रहा है, आज के समय में कितने लोग ऐसे है जो रेडियो सुनते है या इसमें रूचि रखते है ।

आज के समय में लोग ज्यादा से ज्यादा इस्तमाल कर रहे है इंटरनेट का, और ये सही बी है हम नयी तकनीकों को अपना रहे है । आज हमें इंटनेट में हर वो चीज मिल जा रहा है जो हमें चाहिए ।

पर ऐसे बी कुछ दिन थे जब हमारे पास बिकसित तकनीक नहीं हुआ करती थी कुछ साल पहले । उसी समय रेडियो जैसे तकनीक दुनिये में क्रांति ला रही थी, यही सब अबिस्कर ही हमें आज इतना सारा चीज दिया हुआ है ।

तो कहीं ना हमें हमारा इतिहास को भूलना नहीं चाहिए । तो कहीं ना कहीं आज हम आज उसी इतिहास के पन्ने दहरायेगे और आज हम बात करेंगे रेडियो के बारेमें, रेडियो क्या है, रेडियो का अविष्कार किसने किया, रेडियो आज की आज के समय में कैसे चल रही है ।

radio ka avishkar kisne kiya

रेडियो क्या है

रेडियो का नाम सुनते है आपके दिमाग में एक छबि बन जाती है एक छोटा बोक्सा का, पर वो ही सिर्फ रेडियो ये बलकुल गलत है । आप रेडियो को एफएम के नाम से बी जानते होंगे ।

हकीकत में ऐसा नहीं है रेडियो सिर्फ एक एफएम या गाना सुनने वाला यन्त्र या कोई न्यूज़ सुनने वाला यन्त्र ही नहीं है रेडियो एक पूरी technology है ।

साधारण शब्दों में कहा जाये तो ये एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिये आप बिना कोई तार के आप डाटा को हवा में एक जगह दूसरे जगह को पचा सकते है ।आज के समय में जितने बी बिना तार वाले आधुनिक टेक्नोलॉजी देख रहे है कहीं ना कही वो सारे रेडियो से प्रभाबित है ।

और गहराई से समझते हुए आपको कहना चाहुगा रेडियो एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसको बायु के तरंगों ( Radio Waves) के जरिये डाटा को एक जगह से दूसरे जगह तक पचाया जाता है ।

पहले हम बोहोत काम दुरी तक ही अपना डाटा भेज पा रहे थे पर आज के समय के नए तकनीक के जरिये हम हमारे डाटा चाहे वो कोई गाना ही क्यों ना हो उसे हम रेडियो स्टेशन से लाखों करोड़ों लोगों तक पहचा सकते है बड़ी आसानी से ।

आज के आधुनिक दुनिये में अगर हम रेडियो के ब्यबहार की बात करू तो इसे बोहोत से जगह में इस्तमाल किया जाता है जैसे की आज के समय मै जो आप टीवी रिमोट इस्तमाल करते है, रेडियो नेविगेशन, रिमोट कण्ट्रोल इत्यादि और बी कही जगह में इस्तमाल होता है जैसे की इसको आर्मी और नेवी में बी इस्तमाल किया जाता है ।

रेडियो एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक तरंग छोड़ता है जिसे और एक इलेक्ट्रॉनिक यन्त्र उसे पकड़ता है और इसमें दोनों तरफ एंटीना का इसतमाक किया जाता है तरंग को पाककडने केलिए ।

जो रेडियो तरंग भेजा जाता है उसकी फ्रीक्वेंसी 30Hz से लेके  300GHz तक होती है ।आज के समय में जो आप वाइफी (wifi) देख रहे है ये सब कहीं ना कहीं रेडियो वेव्स टेक्नोलॉजी का आधुनिक प्रयोग है । इसके अलावा हम जो रोज इस्तमाल कर रहे है GPS और VAR बी इसी रेडियो टेक्नोलॉजी का आधुनिक प्रयोग है ।

रेडियो का अविष्कार किसने किया था ?

आपको हमने बता दिए है की रेडियो क्या है और के समय में रेडियो इस्तमाल कहाँ कहाँ किया जाता है, इसमें आप अंदाज लगा सकते है की रेडियो टेक्नोलॉजी आज के समय में हमारी ज़िन्दफी को कैसे आसान बना रही है ।

अगर हम बात  करे रेडियो का अविष्कार की तो और इसके आधुनिक बनाने की तो इसमें कही सारे बैज्ञानिक का पूर्ण योगदान है ।

मुख्यरूप से रेडियो का अविष्कार किसे किया था ? सवाल पूछा जाये तो तीन लोगों का नाम हमारे सामने आता है Guglielmo Marconi , Reginald Fessenden और William Dubilier . मगर हम कहीं ना कहीं  Guglielmo Marconi को रेडियो का जनक के रूप से मानते है ।

1980 में ही रेडियो तरंग छोड़ने वाली टेक्नोलॉजी को बैज्ञानिकों ने अविष्कार कर दिया था, पर मार्कोनी ने इसका पहले इस्तमाल करते हुए इसी तरंग को दुरी तक भेजने का रास्ता निकाल लिया था ।

रेडियो का अविष्कार कब हुआ था ?

Heinrich Rudolf Hertz ने 1880 में पहली बात रेडियो तरंग का खोज किया था । रेडियो का अविष्कार बोहोत रुचक कहानी है । रेडियो तरंग आने के बाद इसके ऊपर बोहोत सारे एक्सपेरिमेंट किया गया इसको कैसे ितमाल करना है सोच के ।

फिर धीरे धीरे इसको घंटी लगाके इस्तमाल किये इसमें उनको देखने केलिए मिला की एक घंटे की दुरी में बी रेडियो तरंगों के जरिये वो अपना डाटा भेज सकते है फिर इसको देखते हुए इसके ऊपर और काम किया गया ।

फिर मार्कोनी ने इसके ऊपर काम करके रेडियो का निर्माण किया, आज के समय में मार्कोनी की रेडियो का अविष्कारक मना जाता है ।

रेडियो का इतिहास

आपको मेने पहले ही बता दिया है की radio आज के समय में कहाँ कहाँ इस्तमाल हो रहा है और ये जो आप बड़ी आसानी से टेक्नोलॉजी का इस्तमाल कर रहे है उसको बनाने केलिए एक नहीं कही सारे बैज्ञानिकों का हाथ है ।

Heinrich Rudolf Hertz ने 1880 में पहली बात रेडियो तरंग का खोज किया था और मार्कोनी ने रेडियो बनाया था सिर्फ इन्होने नहीं बल्कि और बी बैज्ञानिक है जिन्होंने इस्पे काम किया था, जैसे की James Clerk Maxwell का भी नाम आता है रेडियो की अविष्कार में ।

जेम्स ने रेडियो तरंग के ऊपर काम कर रहे थे जैसे वो रेडियो तरंग के ऊपर सठिक सिद्धांतों पर नहीं पहच पाए फिर ओलिवर हैविसिडे ने इसके ऊपर काम करना सुरु किया था पर वो बी इसमें असफल हुए थे ।

इनलोगों ने पहले प्रयास किये थे रेडियो तरंग को बनाने में और असफल हुए थे और आखिर में हेनरिच ने रेडियो तरंग का अविष्कार किये था सठिक ढंग से ।

और आखिर में मार्कोनी ने 1986 में रेडियो वेव्स टेक्नोलॉजी का इस्तमाल करते हुए रेडियो बनाया और उसे तब पहली बात आर्मी और नेवी में इस्तमाल किया गया । फिर इसी टेक्नोलॉजी का सफल होते हुए देखने के बाफ उसे जनसाधारण में इस्तमाल किया गया ।

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भारत में रेडियो कब आया था ?

1920 में भारत में पहली बार मुंबई में रेडियो का इस्तमाल किया गया है । तब रेडियो प्रसारण केलिए रेडियो स्टेशन बना गया था पहली बार । फिर 1923 से जिनते बी कार्यक्रम हुआ सारा चीज को रेडियो के जरिये प्रसारण किया गया ।

फिर इसके कारगर होते हुए देखते हुए सरकार ने 1930 में रेडियो टेक्नोलॉजी को अपने अधीन में लेके अपने और से AIR (All India Radio) का निर्माण किया ।

फिर हर सेहर में रेडियो स्टेशन बना फाय जिसके जररीये पुरे भारत में रेडियो को इस्तमाल किया गया रेडियो के जरिये जानकारी भेजने केलिए ।

आखरी सब्द

असा करते है हमने आपको बोहोत सारे जानकारी दे दिए है की radio ka avishkar kisne kiya था से लेके आज के समय में रेडियो कहाँ कहाँ इस्तमाल किया जाता है । असा है की हमने आपको जानकारी दे पाए, अगर आपको हमारा ये पोस्ट अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों बिच में शेयर कर सकते है ।

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